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बीए सेमेस्टर-5 पेपर-2 गृह विज्ञान

सरल प्रश्नोत्तर समूह

प्रकाशक : सरल प्रश्नोत्तर सीरीज प्रकाशित वर्ष : 2023
पृष्ठ :200
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 2783
आईएसबीएन :0

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बीए सेमेस्टर-5 पेपर-2 गृह विज्ञान - सरल प्रश्नोत्तर

प्रश्न- निगरानी में बुनियादी अवधारणाएँ और तत्वों का विस्तृत विवरण प्रस्तुत कीजिए।

उत्तर -

निगरानी संबंधी बुनियादी अवधारणाएँ

निगरानी और मूल्यांकन का आधार चार अवधारणाएँ हैं। ये क्रमश: हैं- संचालनात्मक निवेश (उदाहरण के लिए, प्रति परिवार निवेश), संचालनात्मक कार्य क्षमता (उदाहरण के लिए, दौरों, बैठकों, प्रस्तुतियों और पूर्व परीक्षणों की संख्या, प्रति विकास कामगार), तकनीकी कार्य-क्षमता (उदाहरण के लिए, निर्गत और मूल्य वर्धित), और विस्तार - प्रेरित परिवर्तन (उदाहरण के लिए, आय और आय वितरण)।

निगरानी के अंतर्गत क्षमता (capability), प्रभावकारिता (effectiveness), और दक्षता (efficiency) को शामिल किया जाता है। वहीं, प्रभाव (impact) को मूल्यांकन के अंतर्गत शामिल किया जाता है।

(i) क्षमता कार्यक्रम पर भौतिक, वित्तीय और मानव संसाधन पर नियंत्रण की सूचक है। क्षमता के आधार पर अपने ग्राहकों (संबंधितों) (उदाहरण के लिए, माँ, बच्चे) की सेवा कर पाना संभव होता है। इसे पहुँच से बाहर, गहन, तकनीकी दक्षता और भौतिक एवं वित्तीय संसाधनों आदि के द्वारा दर्शाया जाता है।

(ii) प्रभावकारिता 'किस स्तर पर लक्ष्य प्राप्त किए गए हैं' को दर्शाता है। यह इच्छित उत्पादन अथवा परिणाम के लिए प्रयास की पर्याप्तता की सूचक है। निर्धारित समय-सीमा के भीतर इच्छित परिणाम प्राप्त करने के लिए प्रत्येक विकास परियोजना में प्रभावकारिता का अध्ययन रखा जाता है। परियोजना की प्रभावकारिता की निगरानी करना काफी महत्वपूर्ण होता है।

(iii) दक्षता का अर्थ है इस प्रकार सबसे बढ़िया तरीके से काम करना कि कम से कम प्रयास किए जाएँ और न्यूनतम समय बर्बाद हो। लॉन रॉबर्ट्स ने दक्षता को 'मितव्ययिता का स्तर कहा है जिसमें प्रक्रिया के दौरान संसाधनों का उपयोग किया जाएं, विशेष तौर पर समय और धन का' के रूप में परिभाषित किया है। दक्षता की निगरानी अनिवार्य है। इससे यह जाँच की जाती है कि कहीं संसाधनों की बर्बादी तो नहीं है और साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाता है कि परियोजना निर्धारित समय पर पूरी हो जाए।

(iv) प्रभाव को नवजात मृत्यु दर (Infact Mortality Rate - IMR), मातृ मृत्यु दर (Maternal Morality Rate - MMR), अध्ययन के न्यूनतम स्तर (Minimum Levels of Learning-MLL) और अध्ययन उपलब्धियाँ आदि सरल - साधारण सूचकों की सहायता से मापा जा सकता है। किसी भी क्षेत्रपरक कार्यक्रम की सफलता के लिए इस प्रकार के सूचक निर्णायक परीक्षण प्रदान करते हैं।

निगरानी संबंधी बुनियादी तत्व

निगरानी और मूल्यांकन के अध्ययन में निम्नलिखित आधारों (परियोजना की संरचना) को स्पष्ट रूप से समझने की आवश्यकता है। कार्यक्रम का उद्देश्य 'संसाधनों' के समूह को वांछित 'परिणाम' में बदलना होगा।

संसाधन हमारे लिए आगत (inputs) का काम करते हैं और परिणाम निर्गत (output) का। (हालांकि यहाँ प्रयुक्त शब्दों का अपेक्षाकृत अधिक विशिष्ट अर्थ है, लेकिन यहाँ पर हम इसे सामान्य संदर्भ (generic sense) में प्रयुक्त कर रहे हैं)। आगत से निर्गत की यात्रा एक निश्चित क्रम के अनुसार संपन्न होती है। इस निश्चित क्रम का विवरण इस प्रकार है-

(i) आगत (Input) - परियोजना के लिए उपलब्ध कराई गई वस्तुएँ, वित्त - व्यवस्था, सेवाएँ, जनशक्ति, प्रौद्योगिकी और अन्य संसाधन आगत हैं। इन्हें निर्गत के लिए उपलब्ध कराया जाता है।

(ii) परिणाम (Results) - कुछ चीजें तत्काल घटित होती हैं और कुछ अंत में जबकि, कुछ चीजें इन दोनों स्थितियों के बीच घटित होती हैं। क्रम के अनुसार, कृषि परियोजना के परिणाम को आमतौर पर तीन वर्गों में बाँटा जा सकता है— उत्पादकता, उत्पादन और आय।

(iii) परिणाम (Output) (तात्कालिक परिणाम) - विशेष उत्पाद अथवा सेवाएँ जिससे किसी कार्यकलाप अपने निवेश (inputs) से उत्पादन करने की संभावना होती है (कृषि के मामले में), अत्यधिक सिंचाई, ऊर्वरक के प्रयोग, सृजित की गई स्वास्थ्य सुविधा आदि की आवश्यकता पड़ेगी।

(iv) प्रभाव (effect) — किसी परियोजना में संभावित प्रभावों की अनुभूति से ऊपर परियोजना के प्रयोग के परिणाम से वांछित प्रभाव - तात्कालिक परिणाम उत्पन्न होंगे। हाल ही की निगरानी और मूल्यांकन साहित्य में, प्रभावों का वर्णन परिणाम (outcomes) के रूप में किया गया है।

(v) संघात (Impact) - परियोजना प्रभावों का परिणाम (व्यापक दीर्घकालिक उद्देश्य - रहन-सहन का स्तर और व्यक्तिगत गैर-सामुदायिक दोनों स्तरों पर गरीबी को कम करना)। संघात का वर्णन व्यक्तियों की बनाए समुदाय या क्षेत्र के लिए परिणामों के रूप में किया गया है। इसमें प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तथा प्राथमिक, द्वितीय और तृतीय स्तर भी शामिल हो सकते हैं।

किसी भी परियोजना में यह अनुक्रम (आग्रत प्रभाव (परिणाम) - संघात) अन्त: निर्मित होता है और सुनिश्चित करता है कि परियोजना की सफलता के लिए ये चरण प्राथमिक 'स्थिति' के रूप में हों सभी परियोजनाएँ निश्चित 'धारणाओं' पर बनती हैं अर्थात् यदि हम आगत प्रदान करेंगे तो प्राप्तकर्ता इसका समुचित रूप से प्रयोग करेंगे और अनिवार्य निर्गत उत्पन्न करेंगे ताकि इन निर्गतों से आमदनी (आय) में वृद्धि हो और आय में वृद्धि से लोगों का रहन-सहन का स्तर उच्च होगा। मानसून की लहरें, मूल्य में उतार-चढ़ाव, परिवर्तनशील राजनीति, परिवेश इत्यादि जैसे अन्य कारक भी जो 'खतरे' के कारक कहलाते हैं और जो परियोजना के परिणामों पर प्रभाव डालते हैं। अतः प्रत्येक परियोजना में ऐसी कार्यविधि विकसित करना जरूरी है जिसमें अनिवार्य स्थितियाँ (दशाएँ) हों, धारणाएँ सत्य हों और झटके को बर्दाश्त करने के लिए खतरे के प्रभावों को कम किया जा सके। ऐसी क्रियाविधि 'निगरानी' कहलाती है।

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    अनुक्रम

  1. प्रश्न- सामुदायिक विकास से आप क्या समझते हैं? सामुदायिक विकास कार्यक्रम की विशेषताएँ बताइये।
  2. प्रश्न- सामुदायिक विकास योजना का क्षेत्र एवं उपलब्धियों का वर्णन कीजिए।
  3. प्रश्न- सामुदायिक विकास कार्यक्रम के उद्देश्यों को विस्तारपूर्वक समझाइए।
  4. प्रश्न- सामुदायिक विकास की विधियों को समझाइये।
  5. प्रश्न- सामुदायिक विकास कार्यक्रम के सिद्धान्तों का वर्णन कीजिए।
  6. प्रश्न- सामुदायिक विकास की विशेषताएँ बताओ।
  7. प्रश्न- सामुदायिक विकास के मूल तत्व क्या हैं?
  8. प्रश्न- सामुदायिक विकास के सिद्धान्त बताओ।
  9. प्रश्न- सामुदायिक विकास कार्यक्रम की सफलता हेतु सुझाव दीजिए।
  10. प्रश्न- सामुदायिक विकास कार्यक्रम क्या है?
  11. प्रश्न- सामुदायिक विकास योजना संगठन को विस्तार से समझाइए।
  12. प्रश्न- सामुदायिक संगठन से आप क्या समझते हैं? सामुदायिक संगठन को परिभाषित करते हुए इसकी विभिन्न परिभाषाओं का वर्णन कीजिए।
  13. प्रश्न- सामुदायिक संगठन की विभिन्न परिभाषाओं के आधार पर तत्त्वों का वर्णन कीजिए।
  14. प्रश्न- सामुदायिक संगठन के विभिन्न प्रकारों को स्पष्ट कीजिए।
  15. प्रश्न- सामुदायिक विकास संगठन की सैद्धान्तिक पृष्ठभूमि पर प्रकाश डालिये।
  16. प्रश्न- सामुदायिक संगठन के विभिन्न उद्देश्यों का वर्णन कीजिए।
  17. प्रश्न- सामुदायिक संगठन की आवश्यकता क्यों है?
  18. प्रश्न- सामुदायिक विकास संगठन के दर्शन पर संक्षिप्त लेख लिखिए।
  19. प्रश्न- सामुदायिक विकास संगठन की अवधारणा को स्पष्ट कीजिए।
  20. प्रश्न- सामुदायिक विकास प्रक्रिया के अन्तर्गत सामुदायिक विकास संगठन कितनी अवस्थाओं से गुजरता है?
  21. प्रश्न- सामुदायिक विकास संगठन की विशेषताएँ बताइये।
  22. प्रश्न- सामुदायिक संगठन और सामुदायिक विकास में अंतर स्पष्ट कीजिए।
  23. प्रश्न- सामुदायिक विकास संगठन और सामुदायिक क्रिया में अंतर बताइये।
  24. प्रश्न- सामुदायिक विकास संगठन के प्रशासनिक ढांचे का वर्णन कीजिए।
  25. प्रश्न- सामुदायिक विकास में सामुदायिक विकास संगठन की सार्थकता एवं भूमिका का वर्णन कीजिए।
  26. प्रश्न- गृह विज्ञान प्रसार शिक्षा से आप क्या समझते हैं? गृह विज्ञान प्रसार शिक्षा का क्षेत्र समझाइये।
  27. प्रश्न- गृह विज्ञान प्रसार शिक्षा के उद्देश्यों का विस्तार से वर्णन कीजिये।
  28. प्रश्न- गृह विज्ञान प्रसार शिक्षा की विशेषताएँ समझाइयें।
  29. प्रश्न- ग्रामीण विकास में गृह विज्ञान प्रसार शिक्षा का महत्व समझाइये।
  30. प्रश्न- गृह विज्ञान प्रसार शिक्षा के क्षेत्र, आवश्यकता एवं परिकल्पना के विषय में विस्तार से लिखिए।
  31. प्रश्न- समेकित बाल विकास सेवा (ICDS) कार्यक्रम को विस्तार से समझाइए।
  32. प्रश्न- स्वर्ण जयन्ती ग्राम स्वरोजगार योजना के बारे में बताइए।
  33. प्रश्न- राष्ट्रीय कैडेट कोर (NCC) पर एक टिप्पणी लिखिये।
  34. प्रश्न- राष्ट्रीय सेवा योजना (N.S.S.) पर टिप्पणी लिखिये।
  35. प्रश्न- नेहरू युवा केन्द्र संगठन का परिचय देते हुए इसके विभिन्न कार्यक्रमों का वर्णन कीजिए।
  36. प्रश्न- नेहरू युवा केन्द्र पर एक संक्षिप्त टिप्पणी लिखिये।
  37. प्रश्न- कपार्ट एवं गैर-सरकारी संगठन की विकास कार्यक्रम में महत्वपूर्ण घटक की भूमिका निभाते हैं? विस्तृत टिप्पणी कीजिए।
  38. प्रश्न- बाल कल्याण से सम्बन्ध रखने वाली प्रमुख संस्थाओं का विस्तारपूर्वक वर्णन कीजिए।
  39. प्रश्न- हेल्प एज इण्डिया के विषय में आप क्या जानते हैं? यह बुजुर्गों के लिए किस प्रकार महत्वपूर्ण है? प्रकाश डालिए।
  40. प्रश्न- संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) से आप क्या समझते हैं? इसके कार्यों व महत्व पर प्रकाश डालिये।
  41. प्रश्न- बाल विकास एवं आप (CRY) से आप क्या समझते हैं? इसके कार्यों एवं मूल सिद्धान्तों पर प्रकाश डालिए।
  42. प्रश्न- CRY को मिली मान्यता एवं पुरस्कारों के विषय में बताइए।
  43. प्रश्न- बाल अधिकार का अर्थ क्या है?
  44. प्रश्न- बच्चों के लिए सबसे अच्छा एनजीओ कौन-सा है?
  45. प्रश्न- राष्ट्रीय बाल अधिकार दिवस कब मनाया जाता है?
  46. प्रश्न- नेतृत्व से आप क्या समझते है? नेतृत्व की प्रमुख विशेषताओं का विश्लेषण कीजिये।
  47. प्रश्न- नेतृत्व के विभिन्न प्रारूपों (प्रकारों) की विस्तृत विवेचना कीजिए।
  48. प्रश्न- नेतृत्व प्रशिक्षण से आप क्या समझते हैं? इसके महत्व पर प्रकाश डालिए।
  49. प्रश्न- नेतृत्व प्रशिक्षण की प्रमुख प्रविधियों का विस्तारपूर्वक वर्णन कीजिए।
  50. प्रश्न- कार्यस्थल पर नेताओं की पहचान करने की विधियों का विस्तारपूर्वक वर्णन कीजिए।
  51. प्रश्न- ग्रामीण क्षेत्रों में कितने प्रकार के नेतृत्व पाए जाते हैं?
  52. प्रश्न- परम्परागत ग्रामीण नेतृत्व की विशेषताएँ बताइये।
  53. प्रश्न- नेतृत्व प्रशिक्षण को किन बाधाओं का सामना करना पड़ता है?
  54. प्रश्न- नेतृत्व की प्रमुख विशेषताओं को बताइए।
  55. प्रश्न- नेतृत्व का क्या महत्व है? साथ ही नेतृत्व के स्तर को बताइए।
  56. प्रश्न- नेतृत्व प्रशिक्षक से आप क्या समझते हैं? एक नेतृत्व प्रशिक्षक में कौन-से गुण होने चाहिए? संक्षेप में बताइए।
  57. प्रश्न- एक अच्छा नेता कैसा होता है या उसमें कौन-से गुण होने चाहिए?
  58. प्रश्न- एक अच्छा नेता कैसा होता है या उसमें कौन-से गुण होने चाहिए?
  59. प्रश्न- विकास कार्यक्रम का अर्थ स्पष्ट करते हुए विकास कार्यक्रम के मूल्यांकन में विभिन्न भागीदारों के महत्व का वर्णन कीजिए।
  60. प्रश्न- विकास कार्यक्रम चक्र को विस्तृत रूप से समझाइये | इसके मूल्यांकन पर भी प्रकाश डालिए।
  61. प्रश्न- विकास कार्यक्रम तथा उसके मूल्यांकन के महत्व का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
  62. प्रश्न- सामुदायिक विकास कार्यक्रम के प्रमुख घटक क्या हैं?
  63. प्रश्न- कार्यक्रम नियोजन से आप क्या समझते हैं?
  64. प्रश्न- कार्यक्रम नियोजन की प्रक्रिया का उदाहरण सहित विस्तृत वर्णन कीजिए।
  65. प्रश्न- अनुवीक्षण / निगरानी की विकास कार्यक्रमों में क्या भूमिका है? टिप्पणी कीजिए।
  66. प्रश्न- निगरानी में बुनियादी अवधारणाएँ और तत्वों का विस्तृत विवरण प्रस्तुत कीजिए।
  67. प्रश्न- निगरानी के साधन और तकनीकों का तुलनात्मक अध्ययन कीजिए।
  68. प्रश्न- मूल्यांकन डिजाइन (मूल्यांकन कैसे करें) को समझाइये |
  69. प्रश्न- मूल्यांकन के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत चर्चा कीजिए।
  70. प्रश्न- मूल्यांकन की विभिन्न विधियों का वर्णन कीजिए।
  71. प्रश्न- निगरानी का अर्थ स्पष्ट कीजिए।
  72. प्रश्न- निगरानी के विभिन्न प्रकारों का वर्णन कीजिए।
  73. प्रश्न- निगरानी में कितने प्रकार के सूचकों का प्रयोग किया जाता है?
  74. प्रश्न- मूल्यांकन का अर्थ और विशेषताएँ बताइये।
  75. प्रश्न- निगरानी और मूल्यांकन के बीच अंतर लिखिए।
  76. प्रश्न- मूल्यांकन के विभिन्न प्रकारों को समझाइये।

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